Description
काव्य संग्रह ‘नया नया सा एहसास’ में लेखक मो. मंजूर आलम जी द्वारा वर्तमान की राजनीतिक, सामाजिक, पारिवारिक स्थितियों समेत कई अन्य महत्वपूर्ण विषयों को काव्य के माध्यम से समाज एवं बु़द्विजीवी वर्ग को एक नए नजरिए से दिखलाने का प्रयास किया है। वहीं उन्होंने कुछ रचनाओं के माध्यम से उन दिनों का सजीव चित्रांकन किया है, जब तकनीक नहीं थी, लेकिन रिश्तों की अहमियत होती थी। जो कभी हॅसाती, गुदगुगाती, देश प्रेम जगाती तो कभी गंभीर चिंतन की ओर अग्रसर करती है। आशा है कि आपको यह काव्य संग्रह बहुत पसंद आएगा।
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